घाव और चोट लगने पर
शरीर पर चोट लगने से घाव और खुजली होने लगती है। जिसकी वजह होती है संक्रमण। कभी किसी कीट व विषैले जीव के काटने से भी शरीर में संक्रमण लग सकता है। एैसे में लौंग का तेल लगाने से संक्रमण नहीं फैलता है।
दांतों में होने वाला दर्द
दांतों में कई तरह के दर्द होते हैं जैसे मसूड़ों में पीड़ा, दांत में दर्द और मुंह में छाला आदि का होना। दांतों के दर्द में आप लौंग के तेल को रूई के जरिए दर्द वाली जगह पर लगा सकते हैं। इसके अलावा लौंग का तेल मुंह की गंदगी व बदबू को भी दूर करता है।
बेवजह की टेंशन को खत्म करता है
टेंशन होने पर इंसान दिमागी रूप से बेचैन हो जाता है और वह बेवजह परेशान होता रहता है। जिसकी वजह से इंसान को नींद भी नहीं आ पाती है। लौंग के तेल का प्रयोग करने से आप इन सभी मानसिक रोगों से बच सकते हो।
कान का दर्द
यदि कान में दर्द हो रहा हो तो तिल के तेल और लौंग के तेल को बराबर मात्रा में मिला लें और एक से दो बूंदे इसकी कान में टपकाएं। आपको कान दर्द से निजात मिलेगा।
डायबिटीज के मरीजों के लिए
खून में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है लौंग का तेल।
उल्टी होने पर
उल्टी होने पर दो बूंद लौंग के तेल की सेवन करने से उल्टी व मितली आना बंद हो जाती है।
सिर का दर्द होने पर
सिर का दर्द होने पर आप लौंग के तेल को नारियल के तेल में मिलाकर इसकी मालिश करें। कुछ ही समय में आपका सिर का दर्द ठीक हो जाएगा। लौंग का तेल अस्थमा, फेफड़ों की सूजनए जुकाम और खांसी के अलावा गले के दर्द व खराश में लाभ देता है।
मुंहासों के लिए
चेहरे के मुंहासों को दूर करता है लौंग का तेल। साथ ही इसके इस्तेमाल से त्वचा को भी पोषण मिलता है।
चेहरे को साफ एंव दाग रहित भी बनाता है लौंग का तेल। लौंग का तेल त्वचा की अंदर की परतों पर जाकर काम करता है और त्वचा के अंदर के सेल को पोषण देता है।