बच्चे का विकास धीरे होना
देखिये बाचा अपने जन्म के पहले साल में तेजी से बढ़ता है लेकिन पहले साल के बाद उसके विकास की गति धीरे हो जाती है जिसके फलसवरूप उसकी भूख गिर जाती है और वो कम खाता है| यह एक सामान्य प्रॉब्लम है और समय के साथ अपने आप ठीक हो जाती है|
बच्चे का बीमार होना
बच्चा यदि बीमार है तो उसका सीधा असर उसकी भूख पर पड़ता है| यदि आपके बच्चे का गला ख़राब है, जुखाम है, दस्त या बुखार आदि है तो मुंकिन है वो कम या बिलकुल ना खाए| इस स्तिथि में आप अपने डॉक्टर से इलाज करवाएं| जैसे जैसे आपका बच्चा ठीक होता जायेगा उसकी भूख भी बढ़ने लगेगी|
बच्चे का तनाव में रहना
तनाव का बचे की भूख, स्वास्थ्य और विकास पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है जिसके फलसवरूप उसकी भूख मर जाती है| यदि आप देख रहे हैं की आपका बच्चा खाने में रूचि नहीं देखा रहा, गुमसुम है या फिर उससे सोने में बहुत दिक्कत हो रही है तो इसका अर्थ मानसिक तनाव भी हो सकता है| जयादा डांटना, बच्चे का स्कूल में नया नया जाना, बच्चे को प्यार न देना, माता पिता का बच्चे को दबाकर रखना आदि कुछ कारण है जो छोटे से बच्चे को तनाव और दुःख में डाल सकते हैं| यहाँ आपको जरुरत है की बच्चे के तनाव के मुख्य कारण को पहचाने और उसे दूर करने की कोशिश करें|
दवाई का साईड इफेक्ट
कुछ दवाइयां जैसे एंटीबायोटिक्स बच्चे की भूख को कम या ख़तम कर देती हैं| लेकिन दवाई का कोर्स ख़तम होने के बाद बच्चा फिर से सामान्य रूप से खाना पीना शुरू कर देता है|
पेट में कीड़े होना
पेट में कीड़े होने से बच्चा अकसर दस्त और भूख कम लगने का शिकार हो जाता है|
कब्ज रहना
बच्चों में कब्ज भी भूख न लगने के लिए जिम्मेदार होती है|